#JAUNISM - Tasneef Haider
Date - 7th of April, 2018
By - Tasneef Haider
#JAUNISM - Ankit Gautam
Date - 7th of April, 2018
By - Ankit Gautam
की मैं तनहा हूँ
ज़माने का ये
किस्सा पुराना है
उन्हें कोई बताये
की तेरे ख्यालों की
महफ़िल में रोज़
मेरा आना जाना है
-नेहा श. झा
Tanha?
जो तेरे इश्क़ का जुन्नून न सर चढ़ा होता
तो मैं दो कदम भी ज़िन्दगी में न चला होता
रुक गया होता आसान सी किसी मंज़िल पर
अगर तेरा इश्क़ मुझको आसानी से मिल गया होता
नेहा श. झा
Jo ishq mil gaya hota
तू कौन?
तेरा नाम क्या?
तेरा ज़िक्र क्यों?
तेरा ख्याल क्या?
किस बात पे इतना गुरुर है?
तेरी शक्शियत सिर्फ खुद में है!
तेरा जीना भी है इंतेक़ाल सा
फिर पूछे की क्यों न मैं मिला!
बेवजह के सवाल जवाब क्या!
- नेहा श. झा
Tu kaun ?
खोया रहता है दिल न
जाने किसके खयाल में,
ढूंढा जब इसको तो
उलझा मिला इक बबाल में
तेरे गाल के काले तिल में
या फिर
तिल वाले गोरे गाल में
झील सी नीली आँखों में
या फिर
लम्बे महरूम बाल में
चूड़ियों की खनक में
या फिर
पायल की झंकार में
होंठों की मुस्कान में
या फिर
उंगली में फसे रुमाल में
खोया रहता है दिल न
जाने किसके खयाल में...
पता दिल का !
जाने किसके खयाल में,
ढूंढा जब इसको तो
उलझा मिला इक बबाल में तेरे गाल के काले तिल में
या फिर
तिल वाले गोरे गाल में झील सी नीली आँखों में
या फिर
लम्बे महरूम बाल में चूड़ियों की खनक में
या फिर
पायल की झंकार में होंठों की मुस्कान में
या फिर
उंगली में फसे रुमाल में खोया रहता है दिल न
जाने किसके खयाल में...

हैवानियत पहने नक़ाब, फिर रही हर ओर है,
वो खामोश हो के चल बसा,मैय्यत का उसकी शोर है।
कैसे चलाई होगी उसपे, चाकू की तीखी धार,
कैसे सहता वो, उस बेरहमी की वहशियत का वार।
क्या चुपके से पी जायेंगे हम, इस अपराध के बोध को,
कर देंगे दफन उसके साथ, अंदर ही अपने क्रोध को?
ये जुर्म अमानवीयता की, चरम सीमा का आभास है,
सृष्टि अब मिट जाए या और अभी बर्दाश्त है?
#rip Pradyuman
#he probably moved to a better world devoid of likes of his killer.
मासूम प्रद्युमन
Calendar
S | M | T | W | T | F | S |
---|---|---|---|---|---|---|
« February | April » | |||||
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | |
7 | 8 | 9 | 10 | 11 | 12 | 13 |
14 | 15 | 16 | 17 | 18 | 19 | 20 |
21 | 22 | 23 | 24 | 25 | 26 | 27 |
28 |